डडुमाजरा के महर्षि वाल्मीकि मंदिर को नकाबपोश शातिर ने बनाया अपना निशाना

Masked Miscreant Targeted Maharishi Valmiki Temple

Masked Miscreant Targeted Maharishi Valmiki Temple

दानपात्र को तोड़कर एक लाख रुपए से ज्यादा का कैश निकाल कर फरार।
चोरी का पूरा वाक्य सीसीटीवी कैमरे में कैद।

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Masked Miscreant Targeted Maharishi Valmiki Temple: शातिर चोर घरों में चोरी, वाहन चोरी और अन्य चोरी की वारदातो को अंजाम देते है। लेकिन कुछ चोर भगवान के घर को भी नहीं बख्शते ऐसा ही मामला थाना मलोया क्षेत्र एरिया के अंतर्गत बने एक मंदिर से सामने आया है।यूटी साउथ वेस्ट डिविजन के थाना मलोया क्षेत्र एरिया के अंतर्गत डडुमाजरा के भगवान महर्षि वाल्मीकि मंदिर को नकाबपोश शातिर ने अपना निशाना बनाते हुए मंदिर में रखे दानपात्र को तोड़कर एक लाख रुपए से ज्यादा का कैश के आलावा कार्यालय का भी ताला तोड़कर दराज में रखी 15 हजार रुपए की नकदी चोरी कर फरार हो गया। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक भगवान वाल्मीकि मंदिर के प्रधान सतीश कुमार ने बताया कि बीते दिन अल सुबह करीब साढ़े 4 बजे मंदिर का पुजारी हुसन सिंह आया तो देखा कि मंदिर का दानपात्र टूटा हुआ है। मामले की सूचना तुरंत मंदिर के प्रधान को दी गई।प्रधान ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया।और मामले के बारे में बताया।शातिर चोर भगवान वाल्मीकि मंदिर में  4 नवंबर को सीसीटीवी फुटेज के अनुसार अल सुबह करीब 1:32 मिनट में घुसा और कुछ ही मिनट में अपना हाथ साफ कर फरार हो गया। प्रधान ने बताया कि वह साल में एक बार दान पात्र को खोलते है। दान पात्र में एक लाख के करीब पैसा था। मामले की सूचना पाते ही थाना पुलिस और सीएफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।

Masked Miscreant Targeted Maharishi Valmiki Temple

सीसीटीवी के मुताबिक

सीसीटीवी के मुताबिक पता चला कि पता चला कि नकाबपोश शातिर की वीडियो 2 मिनट से लेकर कुछ सेकंड की सामने आई है। जिसमें शातिर ने मुंह को पूरी तरह से कवर किया है। उसके पास लोहे की रॉड भी दिखाई दी।वह दानपात्र को तोड़कर कैश निकाल कर एक कट्टे में डालकर ले जाता दिखाई दिया। पुलिस ने फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया।और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस आरोपी तक। कब तक पहुंच पाती है।